महीनों बाद आज जी० सी० लियोंग को पलटने लगा तो बचपन के और भूगोल पढ़ने की शुरुआत के दौरान के वाकए याद आने लगे। सामान्य छात्रों की तरह पहले मुझे भी लगता था कि पृथ्वी गोल नहीं बल्कि चपटी है और आसमान एक कनोपी की तरह छाया हुआ है। दूर क्षितिज की तरफ देखता तो लगता कि वहां दूर एक जगह है जहां आसमान धरती से मिल रहा है। सोचता कि बड़ा होऊंगा तो उस छोर की यात्रा पर जाऊंगा और आसमान को छूकर देखूंगा; साथ ही उस लाल होते सूरज को भी, जो सुबह और शाम उसी धरती से क्रमशः उगता और धंसता प्रतीत होता है।
फिर एक दिन किसी शाम ईश्वर ने भूगोल पढ़ने की प्रेरणा दी तो पता चला कि एक मंदाकिनी नामक आकाशगंगा है और उसमें एक छोटा-सा सौर मंडल है; जिसका प्रमुख ग्रह सूर्य है, जो एक जलता हुआ पिंड है और उसके चारो ओर कुछ गोले चक्कर लगाते हैं जिनकी संख्या 8 या 9 है। पृथ्वी उन्हीं गोलों में से एक गोला है और गोल्डीलॉक्स जोन में होने के कारण इस पर जीवन संभव है इसीलिए हम प्राणी यहां विचरण करते हुए अपनी शक्तियों का अभ्यास करते हैं; एकदम दिमाग़ ही भन्ना गया।
पता चला ये ऊपर कैनोपी नहीं बल्कि खुला आसमान है और हम पृथ्वी के अंदर नहीं बल्कि ऊपर सतह पर रहते हैं। जाना कि ये चंद्रमा, जो हमें दिखाई देता है, पृथ्वी का एक उपग्रह है और जैसे पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है वैसे चंद्रमा, पृथ्वी का चक्कर लगाता है। यह भी जाना कि इस सौर मंडल में किसी और ग्रह पर जीवन नहीं है क्योंकि वहां जीवन पैदा होने की संभावनाएं नहीं है। जिज्ञासा हुई कि क्या कहीं कोई ऐसा ग्रह है जो पृथ्वी सम जीवन पैदा करता हो तो ज्ञात हुआ कि ब्रह्मांड में असंख्य अकाशगंगायें हैं और प्रत्येक आकाशगंगा में असंख्य सौरमंडल और प्रत्येक सौर मंडल में मुख्य तारे से एक निश्चित दूरी अर्थात् गोल्डीलॉक्स जोन में पृथ्वी सम अन्य ग्रहों के होने की संभावना है।
अब मेरा ध्यान किसी अन्य आकाशगंगा को खोजने पर स्थिर हुआ तो पता चला की मंदाकिनी के बगल में एक गैलेक्सी और है नाम है एंड्रोमेडा, जो हमारी आकाशगंगा मंदाकिनी से लगभग 2.5 मिलियन प्रकाशवर्ष दूर है; कहते हैं कि वहां भी गोल्डीलॉक्स जोन में पृथ्वी की तरह एक ग्रह है और वहां भी जीवन अपने अभ्यास में हम जैसा ही सक्षम है। तो उत्सुकता जगी कि वहां कैसे पहुंचें, खोज के दौरान श्री श्री 1008 स्टीफेन हॉकिंग जी की एक पुस्तक प्राप्त हुई— The Theory of Everything. पता चला कि एक गैलेक्सी से दूसरे गैलेक्सी की यात्रा करने हेतु एक वार्महोल उपस्थित रहता है, जिसे शॉर्टकट के तौर पर डेवलप किया गया है। आप वहां से पैदल चलते हुए कम समय में अपनी उम्र स्थिर रखते हुए एंड्रोमेडा पहुंच सकते हैं।
उक्ति उभरी – सितारों के आगे जहां और भी हैं…और मैंने उनकी तलाश में कुछ और किताबें ऑर्डर कर दी हैं।
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