Friday, 30 August 2019

पुनर्मिलन



"अभी उठी नहीं तुम" नैना ने सिमरन का हाथ झिंझोड़ते हुए कहा "देखो देर हो जाए फिर मुझसे मत कहना"। अपनी बात को पूरा करके नैना किचन की तरफ चली गई। सिमरन ने तकिए का एक कोना उठाकर उसके नीचे से झांका और बदहवास सी मोबाइल खोजने लगी, समय देखा तो सुबह के 9:30 बज गए थे। चिल्लाती हुई बोली "कल जगाती! आज क्यों जगा दिया!" और गुसलखाने की तरफ तेजी से भागी। जल्दी से नहा धोकर, मेज पर रखा हुआ ब्रेड का टुकड़ा मुंह में ठूंसते हुए, बालों को संवारने लगी।