Thursday, 23 April 2020

हम लड़ेंगे या हमें लड़ना ही होगा।



#लॉकडाउन_डायरीज 📖

आप सब आजकल की परिस्थितियों से भलीभांति अवगत हैं। आप सबको पता है कि हम इस समय एक विषम परिस्थिति से गुजर रहे हैं। सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी किए गए हैं और हम अपने स्तर पर भी समाज के बचाव के लिए अपना योगदान दे रहे हैं। इस कठिन समय में कभी-कभी नकारात्मकता अपने पूरे आवेश में आकर हमें घेर लेती है और उस समय लगने लगता है कि क्या अब विश्व समाप्त हो जाएगा? क्या अब हम पहले जैसे स्वतंत्रता-पूर्वक नहीं घूम पाएंगे? क्या स्थितियां अब सदैव के लिए जटिल ही रहेंगी? मनुष्य का मन चंचल होता है। वह किसी एक बिंदु पर ज्यादा देर स्थिर नहीं रहता, अतः ऐसे विचार और मनोदशाओं का बनना स्वाभाविक है।