Wednesday, 25 September 2024

प्रेम में किताबें

                                                  

उसने प्रेम में मुझसे फूल माँगे
और मैंने किताबें दीं

मैंने फूल किताबों के बीच छुपा दिए
और उसने पढ़ते हुए उन्हें चूम लिया

उसने प्रेम में सहेजे
किताबों में मिले सूखे फूलों के टुकड़े
और मैंने सहेजीं

सूखे फूलों से महकती किताबों
में उसकी स्मृतियाँ

हम प्रेमी थे हमने प्रेम किया
उसने फूलों से और मैंने किताबों से।