मै नहीं हूं कोई कवि
बस लिखता हूं अपना दर्द
और तकलीफें,
कभी-कभी बताता हूं
खुशियां भी,
प्रेम-प्रसंग और
तत्कालीन परिस्थितियां,
जीवन के अनुभव,
सुख-दुख और
संस्मरण सारे,
लोग कहते हैं
कि कविता है यह,
पर नहीं,
यह है सब मेरा जिया हुआ।
मेरा जीवन।
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