Wednesday, 5 December 2018

मैं आधी नहीं हूं : ऋषि द्विवेदी



मैं आधी नहीं हूं मैं पूरी भरी हूं,
तेरी याद की बारिशों से हरी हूं,
वो हर शब्द मुझको रटा मुंहजबानी,
सुनायी कभी थी जो तूने कहानी,
तेरा युँ चहकना, कभी खिलखिलाना,
कभी मुझपे हँसना, मेरा रूठ जाना,
फिर रोना झगड़ना और नखरे दिखाना,
तुम्हारा मनाना मेरा मान जाना,
तुम्हारी मैं नदियां, तुम्हीं से बनी हूं,
तेरी याद की बारिशों से हरी हूं,
मैं आधी नहीं हूं...

वो सावन वो बारिश, तुम्हारी निशानी,
वो रस्ते वो गलियां, तुम्हारी कहानी,
वो बगिया में जाना, वो कोयल बुलाना,
वो उसका चहकना, तेरा मुस्कुराना,
वो शेरो सुख़न, वो तेरा गुनगुनाना,
तेरी शब्द सरिता कि मैं एक लड़ी हूं,
तेरी याद की बारिशों से हरी हूं,
मैं आधी नहीं हूं...

Copyright : RISHI

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