उसने प्रेम में मुझसे फूल माँगेऔर मैंने किताबें दीं
मैंने फूल किताबों के बीच छुपा दिएऔर उसने पढ़ते हुए उन्हें चूम लियाउसने प्रेम में सहेजेकिताबों में मिले सूखे फूलों के टुकड़ेऔर मैंने सहेजीं
सूखे फूलों से महकती किताबोंमें उसकी स्मृतियाँ
हम प्रेमी थे हमने प्रेम कियाउसने फूलों से और मैंने किताबों से।