FILE PHOTO-: Indian Flag |
गणतन्त्र दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी का अभिनन्दन करता हूँ आप सभी जानते हैं कि कल गणतन्त्र दिवस है, जिसे हम एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाते हैं क्योंकि 26 जनवरी 1950 को हम भारतीयों ने पूर्ण रूप से संविधान को अंगीकार किया था |
भारत के संविधान के बारे में बात करें तो यह विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक लिखित संविधान है जिसमें अब 465 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियां हैं और जो 22 भागों में विभाजित है | यह 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में लिखा गया |संविधान के आईन को 1950 से लेकर अब तक लगभग 100 बार बदला जा चुका है। जब इसका निर्माण किया गया था तब इसमें 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियां व 22 भागों में विभाजित थे।
24 जनवरी 1950 को इस संविधान पर सभी सदस्यों के हस्ताक्षर हुए और नए गणतंत्र देश के सबसे पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का चुनाव हुआ। साथ ही इसी दिन “जन गण मन” को हमारे देश का राष्ट्रगान और “वन्दे मातरम्” को राष्ट्रगीत के लिए अपनाया गया।
इस तरह से आखिरकार 26 जनवरी 1950 को वो दिन भी आ ही गया, जब हमारे भारतवर्ष को भारतीयों द्वारा भारत के लिए बनाया गया हमारा खुद का संविधान प्राप्त व लागू हुआ और तभी से हम इस दिन को गणतन्त्र दिवस के रूप में मनाते हैं |
हम धन्यवाद देते हैं बाबा राजेन्द्र प्रसाद, बाबा अम्बेडकर जी को तथा उन सभी को जिन्होंने हमारे महान संविधान को बनाने में अपनी प्रत्यक्ष या परोक्ष भूमिका निभाई |
हम ऋणी हैं उन शहीदों के जिन्होंने अपने खून से इस धरती को सींचकर हमें स्वतंत्र खुली हवा में जीवन जीने का अधिकार दिया है |
बहुत कुछ क्या कहूँ मित्रों क्योंकि गणतन्त्र दिवस के बारे में आपने बहुत कुछ पढा व सुना होगा, परन्तु आज ये कहना जरूरी है कि भारतवर्ष को फिर से आप सब की जरूरत है आपसे निवेदन कि भारतवर्ष को पुनः भारतवर्ष बनने में भारतवर्ष की मदद कीजिए | बाबा भगत सिंह, बाबा विवेकानन्द के आदर्शों को पुनर्जीवित कीजिए |
अपना आज बेहतर बनाए अपनों के सुनहरे भविष्य के लिए |
आप सभी को गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ||
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